आचार्य विद्यानंद वाक्य
उच्चारण: [ aachaarey videyaanend ]
उदाहरण वाक्य
- आचार्य विद्यानंद की विवेचना: उत्कोच दान माना जाता...
- को आचार्य विद्यानंद जी महाराज के सानिध्य में संपन्न हुई|
- आचार्य विद्यानंद की विवेचना: उत्कोच दान माना जाता था घूस को
- इन दो प्रकार के अनेकान्तों के उद्भावक जैन दार्शनिक आचार्य विद्यानंद हैं।
- आचार्य विद्यानंद की विवेचना: उत्कोच दान माना जाता था घूस को
- आचार्य अकलंक के लघीयस्त्रय और आचार्य विद्यानंद की आप्तपरीक्षा आदि ग्रंन्थों के विपुल प्रमाण इसमें उन्होंने दिए हैं।
- आचार्य विद्यानंद ने स्पष्ट कहा है-“ बिना तीर्थंकरत्वेन नाम्ना नार्थोपदेशना ” अर्थात बिना तीर्थंकर-पुण्यनामकर्म के तत्त्वोपदेश संभव नहीं है।
- आचार्य विद्यानंद ने स्पष्ट कहा है [1] कि ' बिना तीर्थंकरत्वेन नाम्ना नार्थोपदेशना ' अर्थात बिना तीर्थंकर-पुण्यनामकर्म के तत्त्वोपदेश संभव नहीं है।
- नन्दीश्वर के समीप श्री नेमिनाथ जिनालय है| जिसमें वीर निर्वाण संवत 2520 फाल्गुन शुक्ल त्रित्य दिन मंगलवार को आचार्य विद्यानंद जी की सानिध्य में पं.
- तपस्वी, दार्शनिक, संत व आचार्य विद्यासागर, आचार्य विद्यानंद, गणिनी प्रमुख अर्चिका ज्ञानमती माताजी व प्रज्ञा भ्रमणी, अर्चिका चंदनामती माताजी ने सरकार से आग्रह किया कि वह जांच कार्य में तेजी लाकर मूर्तियों को बरामद करवाए ताकि इस जैन धरोहर की रक्षा हो सके।
अधिक: आगे